शहर की आबोहवा में फिर से बढ़ा प्रदूषण, एक्यूआई 384 पहुंचा

 


शहर की आबोहवा में फिर से बढ़ा प्रदूषण, एक्यूआई 384 पहुंचा


 



दिनोंदिन गिरते तापमान के बीच बृहस्पतिवार को एक बार फिर से प्रदूषण ने रफ्तार पकड़ ली और एक्यूआई 300 पार कर गया। बुधवार को सुबह के समय शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 217 था, जो बृहस्पतिवार को सुबह 6:41 पर बढ़कर 358 हो गया। वहीं, शाम को पांच बजे जिले का एक्यूआई 384 था। इसमें भी ग्वाल पहाड़ी का एक्यूआई तो बीते तीन सप्ताह के सर्वोच्च स्तर पर 402 दर्ज किया गया, जिसमें पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 482 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में तापमान में और गिरावट होने की आशंका जताई है, हालात यही रहे तो आगामी दिनों में प्रदूषण की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
तापमान गिरने के साथ ही हवाओं की गति में भी कमी आई है। बृहस्पतिवार को हवाओं की गति 5 किलोमीटर प्रति घंटा रही, जो प्रदूषण को कम करनेे के लिहाज से नाकाफी थी। दिन ढलने के साथ ही तापमान में भी तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। बीते बुधवार को शहर का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस था, जो बृहस्पतिवार को कम होकर 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, शु्क्रवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को दिन में अधिकतम तापमान तो 24 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन दिन ढलने के साथ ही इसमें तेजी से कमी आई और शाम सात बजे तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रह गया। जाहिर है ऐसे में प्रदूषण प्रभावी हो रहा है।
ग्रेप को लेकर लापरवाह हुआ प्रशासन
शहर की आबोहवा जैसे ही साफ होने लगती है, ग्रेडेड एक्शन रेस्पांस प्लान (ग्रेप) को लेकर प्रशासन उदासीन हो जाता है। बीते एक पखवाड़े के दौरान प्रदूषण में लगातार गिरावट दर्ज की गई। एक समय तो एक्यूआई 100 से भी नीचे पहुंच गया, जो स्वस्थ वातावरण का संकेत है। ऐसे में ग्रेप को लेकर नगर निगम व एचएसपीसीबी भी लापरवाही बरतने लगे और पानी का छिड़काव व अन्य कार्य बंद हो गए। बुधवार को भी शहर की धूल भरी सड़कों पर पानी का छिड़काव नहीं किया गया। तो वहीं नाइट पेट्रोलिंग व निर्माण कार्यो की निगरानी को लेकर भी जमकर ढिलाई बरती जा रही है।